दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) में स्नातक (UG) पाठ्यक्रमों में दाखिले का इंतजार कर रहे लाखों छात्रों के लिए एक बड़ी खबर है। दिल्ली यूनिवर्सिटी ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए यूजी एडमिशन की दूसरे चरण की प्रक्रिया आज, 9 जुलाई 2025 से शुरू कर दी है। यह चरण उन सभी छात्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है जिन्होंने कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET UG 2025) दिया है और दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश पाने की इच्छा रखते हैं। इस चरण में छात्रों को अपने कॉलेज और कोर्स की प्राथमिकताओं को अंतिम रूप देना होगा और कुछ अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों को अपडेट करना होगा।
1. क्या है एडमिशन का दूसरा चरण?
दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला अब कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (CSAS) पोर्टल के जरिए होता है। पहले चरण में छात्रों ने CUET UG 2025 की परीक्षा दी थी और CUET के नतीजे आने के बाद उन्होंने CSAS पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराया था।
दूसरा चरण मुख्य रूप से ‘प्रेफरेंस फिलिंग’ (पसंद भरने) और ‘करेक्शन’ (सुधार) का है। इसमें छात्र अपनी पसंद के कॉलेज और कोर्स का चयन कर सकते हैं या पहले से भरी हुई प्राथमिकताओं में बदलाव कर सकते हैं। यह चरण इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी के आधार पर उन्हें सीट अलॉट की जाएगी। जिन छात्रों ने पहले चरण में रजिस्ट्रेशन करवा लिया था, वे अब दूसरे चरण में सक्रिय रूप से भाग ले सकते हैं।
2. महत्वपूर्ण तिथियां और प्रक्रिया
यह चरण एक निश्चित समय-सीमा के भीतर ही पूरा करना होगा, इसलिए छात्रों को सभी तारीखों का खास ध्यान रखना होगा।
- दूसरे चरण की शुरुआत: 9 जुलाई 2025 (आज से)
- पसंद भरने/बदलाव की अंतिम तिथि: (संभावित) 18 जुलाई 2025
- पहली सीट अलॉटमेंट लिस्ट जारी होने की संभावित तिथि: जुलाई का अंतिम सप्ताह
प्रक्रिया कैसे पूरी करें:
- CSAS पोर्टल पर लॉगिन करें: सबसे पहले दिल्ली विश्वविद्यालय की आधिकारिक एडमिशन वेबसाइट (जैसे admission.uod.ac.in या ugadmission.uod.ac.in) पर जाएं।
- अपने CUET UG 2025 क्रेडेंशियल्स का उपयोग करें: अपने CUET UG एप्लीकेशन नंबर और पासवर्ड/जन्म तिथि का उपयोग करके CSAS पोर्टल पर लॉगिन करें।
- ‘प्रेफरेंस फिलिंग’ सेक्शन पर जाएं: पोर्टल पर आपको ‘प्रेफरेंस फिलिंग’ या ‘कॉलेज और कोर्स का चयन’ का विकल्प मिलेगा, उस पर क्लिक करें।
- पसंद भरें/बदलें: यहां आप उन सभी कॉलेजों और कोर्स का चयन कर सकते हैं जिनमें आप एडमिशन लेना चाहते हैं। आप अपनी प्राथमिकताओं को ऊपर-नीचे कर सकते हैं, हटा सकते हैं या नई जोड़ सकते हैं। याद रखें, आप जितनी ज्यादा वैध प्राथमिकताएं भरेंगे, सीट मिलने की संभावना उतनी ही बढ़ जाएगी।
- जानकारी अपडेट करें: यदि आपके बोर्ड रिजल्ट में कोई बदलाव आया है या कोई अन्य जानकारी अपडेट करनी है, तो उसे ध्यान से करें।
- सेव और लॉक करें: अपनी सभी प्राथमिकताएं भरने और जांचने के बाद, उन्हें ‘सेव’ करें। अंतिम तिथि से पहले आप उन्हें बदल सकते हैं। अंतिम तिथि के बाद, आपकी प्राथमिकताएं अपने आप ‘लॉक’ हो जाएंगी। यदि आप स्वयं लॉक नहीं करते हैं, तो सिस्टम अंतिम भरी हुई प्राथमिकताओं को स्वतः लॉक कर देगा।
3. किन बातों का रखें ध्यान?
छात्रों को दूसरे चरण की प्रक्रिया पूरी करते समय कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि एडमिशन में कोई दिक्कत न हो:
- पसंद भरते समय सावधानी: यह सबसे महत्वपूर्ण कदम है। जल्दबाजी न करें। उन कोर्स और कॉलेजों को प्राथमिकता दें जिनमें आप वास्तव में पढ़ना चाहते हैं। अपनी CUET स्कोर और कोर्स/कॉलेज की कट-ऑफ (पिछले साल की) को ध्यान में रखें।
- जरूरी दस्तावेज तैयार रखें: भले ही अभी अपलोड न करने हों, लेकिन अपने सभी ओरिजिनल और सेल्फ-अटेस्टेड दस्तावेजों की फोटोकॉपी तैयार रखें। इनमें 10वीं-12वीं की मार्कशीट, CUET स्कोरकार्ड, ट्रांसफर सर्टिफिकेट (TC), कैरेक्टर सर्टिफिकेट (CC), जाति/आय प्रमाण पत्र (यदि लागू हो), पासपोर्ट साइज फोटो और हस्ताक्षर शामिल हैं।
- पात्रता मानदंड चेक करें: प्रत्येक कोर्स और कॉलेज के अपने विशिष्ट पात्रता मानदंड होते हैं। अपनी प्राथमिकताओं को भरने से पहले संबंधित कॉलेज और कोर्स के लिए अपनी पात्रता दोबारा जांच लें।
- शुल्क भुगतान के लिए तैयार रहें: जब पहली अलॉटमेंट लिस्ट आएगी और आपको सीट आवंटित होगी, तो आपको तय समय-सीमा के भीतर एडमिशन शुल्क का भुगतान करना होगा। इसके लिए वित्तीय व्यवस्था पहले से कर लें।
- वेबसाइट और सूचनाएं: दिल्ली विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट और CSAS पोर्टल पर नियमित रूप से चेक करते रहें। किसी भी नई सूचना या अपडेट को मिस न करें।
4. छात्रों के लिए कुछ अहम टिप्स:
- शांत रहें और धैर्य रखें: यह एक लंबी प्रक्रिया है। घबराहट में कोई गलती न करें।
- किसी एक्सपर्ट से सलाह लें: अगर आपको प्राथमिकताएं भरने में कोई दुविधा हो तो अपने स्कूल के काउंसलर या किसी अनुभवी व्यक्ति से सलाह ले सकते हैं।
- साइबर कैफे में सावधानी: अगर आप साइबर कैफे से फॉर्म भर रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपकी जानकारी कोई और न देख पाए और लॉगआउट करना न भूलें।
- समय-सीमा का पालन: किसी भी कीमत पर अंतिम तिथि से चूके नहीं। एक बार समय निकल जाने पर मौका छूट सकता है।
- हेल्पलाइन का उपयोग: यदि कोई समस्या आती है, तो दिल्ली विश्वविद्यालय की आधिकारिक हेल्पलाइन या हेल्प डेस्क से संपर्क करें।
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5. निष्कर्ष
दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिले का दूसरा चरण लाखों छात्रों के भविष्य के लिए एक निर्णायक मोड़ है। यह चरण छात्रों को अपने सपनों के कॉलेज और कोर्स तक पहुंचने का रास्ता साफ करेगा। सभी छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे पूरी सावधानी, ध्यान और सही जानकारी के साथ इस प्रक्रिया को पूरा करें। उम्मीद है कि यह प्रक्रिया सभी के लिए सुचारू और सफल रहेगी और उन्हें अपने पसंदीदा कॉलेज में प्रवेश मिल पाएगा।