सियासी दांव 2025! ओवैसी का बड़ा बयान: “बिहार में INDIA ब्लॉक के संपर्क में, BJP को रोकना चाहते हैं!”

सियासी दांव 2025- पटना, बिहार: आगामी बिहार विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। इसी बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक बड़ा बयान देकर बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। उन्होंने रविवार, 29 जून 2025 को कहा कि उनकी पार्टी बिहार में विपक्षी ‘INDIA’ ब्लॉक (महागठबंधन) के नेताओं के संपर्क में है और उनका मुख्य लक्ष्य भारतीय जनता पार्टी (BJP) को सत्ता में आने से रोकना है।

महागठबंधन से जुड़ने की कोशिश?

ओवैसी ने एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा कि उनकी पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने महागठबंधन के कुछ नेताओं से बातचीत की है। इस महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस और अन्य दल शामिल हैं। ओवैसी ने साफ तौर पर कहा, “हमारे प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने महागठबंधन के कुछ नेताओं से बात की है और उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि हम नहीं चाहते कि बिहार में बीजेपी या NDA वापस सत्ता में आए। अब यह उन राजनीतिक दलों पर निर्भर करता है जो NDA को बिहार में सत्ता में आने से रोकना चाहते हैं।”

यह बयान ऐसे समय में आया है जब बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां जोर पकड़ रही हैं। AIMIM, जिसे अक्सर RJD और कांग्रेस द्वारा “BJP की बी टीम” करार दिया जाता रहा है, का यह कदम राजनीतिक गलियारों में खास चर्चा का विषय बन गया है। 2020 के विधानसभा चुनावों में AIMIM ने सीमांचल क्षेत्र में पांच सीटें जीती थीं, जिससे महागठबंधन को कुछ सीटों पर नुकसान हुआ था। हालांकि, बाद में उन पांच में से चार विधायक RJD में शामिल हो गए थे।

सीमांचल से बाहर भी चुनाव लड़ने की तैयारी:

ओवैसी ने यह भी संकेत दिया कि अगर महागठबंधन उनकी पार्टी के साथ गठबंधन करने को तैयार नहीं होता है, तो AIMIM सीमांचल क्षेत्र से बाहर भी उम्मीदवार उतारेगी। उन्होंने कहा, “अगर वे (महागठबंधन) तैयार नहीं हैं, तो मैं हर जगह चुनाव लड़ने को तैयार हूं… सही समय का इंतजार करें। अभी सीटों की सटीक संख्या की घोषणा करना जल्दबाजी होगी।”

इससे पहले, मई 2025 में भी AIMIM के राष्ट्रीय प्रवक्ता आदिल हसन ने कहा था कि उनकी पार्टी महागठबंधन के साथ गठबंधन को लेकर “बहुत सकारात्मक” है। उन्होंने कहा था, “हमारी विचारधारा बीजेपी को हराना और बिहार को सशक्त बनाना है। बीजेपी के साथ हमारी लड़ाई वही है जो कांग्रेस की लड़ाई है। हम चाहते हैं कि महागठबंधन AIMIM को अपने साथ ले।”

मतदाता सूची पर भी उठाया सवाल:

सियासी दांव 2025 –ओवैसी ने चुनावी तैयारियों के बीच बिहार में मतदाता सूची के “विशेष गहन पुनरीक्षण” पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने चुनाव आयोग (ECI) को एक पत्र लिखकर इस प्रक्रिया पर आपत्ति जताई है। उनका दावा है कि यह “कानूनी रूप से संदिग्ध कवायद” है जो आगामी चुनावों में वास्तविक मतदाताओं को उनकी आवाज से वंचित कर देगी।

ओवैसी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में आरोप लगाया कि चुनाव आयोग बिहार में “पीछे के दरवाजे से NRC” लागू कर रहा है। उन्होंने लिखा, “मतदाता सूची में नामांकित होने के लिए, अब हर नागरिक को न केवल यह साबित करने वाले दस्तावेज दिखाने होंगे कि उनका जन्म कब और कहां हुआ था, बल्कि उनके माता-पिता का जन्म कब और कहां हुआ था, यह भी साबित करना होगा। यहां तक कि सबसे अच्छे अनुमानों के अनुसार भी केवल तीन-चौथाई जन्म ही पंजीकृत हैं। अधिकांश सरकारी दस्तावेजों में त्रुटियां हैं।” उन्होंने यह भी दावा किया कि ऐसी कवायद से बिहार के गरीब बड़ी संख्या में मतदाता सूची से बाहर हो जाएंगे, जो उनके संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है।

IPO Watch 2025: कौन से भारतीय स्टार्टअप्स शेयर बाजार में उतरने की तैयारी में हैं?

आगे क्या?

सियासी दांव 2025- AIMIM की यह पहल बिहार की चुनावी तस्वीर को और दिलचस्प बना सकती है। 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों में NDA, महागठबंधन और प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी के अलावा AIMIM की भूमिका पर भी सभी की नजर रहेगी। यह देखना होगा कि महागठबंधन ओवैसी की पार्टी को अपने साथ शामिल करता है या नहीं, और अगर नहीं, तो AIMIM का चुनावी मैदान में क्या असर होता है।

Leave a Comment