दिल्ली-NCR- राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के NCR (नेशनल कैपिटल रीजन) इलाकों में पिछले 24 घंटों से जारी भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते कई इलाकों में जलभराव की गंभीर समस्या पैदा हो गई है और सड़कों पर लंबा जाम लग गया है। छात्रों और स्टाफ की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, दिल्ली सरकार और NCR के गुरुग्राम, नोएडा, गाजियाबाद व फरीदाबाद के जिला प्रशासन ने आज, 11 जुलाई 2025 को सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों व कॉलेजों को बंद रखने का आदेश जारी किया है।
दिल्ली-NCR में भारी बारिश का कहर
गुरुवार रात से ही दिल्ली और उसके पड़ोसी शहरों में बारिश का दौर शुरू हो गया था, जो शुक्रवार सुबह तक भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। तेज बारिश के कारण दिल्ली के आईटीओ, मिंटो रोड, प्रगति मैदान अंडरपास, धौला कुआं, और अन्य कई प्रमुख सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया है। नोएडा में भी सेक्टर 18, सेक्टर 62 और एक्सप्रेसवे पर जलभराव की सूचना है। गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी कई निचले इलाकों में पानी भर जाने से हालात खराब हैं।
स्कूल और कॉलेज बंद करने का फैसला क्यों?
यह फैसला बच्चों और शिक्षण स्टाफ की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है। भारी बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति ऐसी हो गई है कि बच्चों का स्कूल और कॉलेज पहुंचना बेहद मुश्किल और खतरनाक हो सकता है।
- सुरक्षा सबसे ऊपर: जिला प्रशासन का मानना है कि ऐसे मौसम में बच्चों को स्कूल भेजना जोखिम भरा हो सकता है। जलभराव वाली सड़कों पर चलना या वाहन चलाना सुरक्षित नहीं होता।
- आवागमन में परेशानी: सुबह के समय स्कूलों और कॉलेजों के लिए निकलने वाले छात्रों और शिक्षकों को भीषण ट्रैफिक जाम और जलभराव का सामना करना पड़ता है, जिससे कई घंटों की देरी हो सकती है।
- स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं: बारिश के पानी में संक्रमण का खतरा भी होता है, जिससे बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने अपने आदेश में कहा है कि सभी सरकारी और निजी स्कूल, साथ ही कॉलेज भी आज बंद रहेंगे। इसी तरह, गुरुग्राम के जिला उपायुक्त, नोएडा-गाजियाबाद के जिलाधिकारियों और फरीदाबाद प्रशासन ने भी अपने-अपने क्षेत्रों में स्कूलों और कॉलेजों के लिए अवकाश घोषित किया है।
किन-किन इलाकों में है छुट्टी?
आज, 11 जुलाई 2025 को इन प्रमुख इलाकों में सभी शैक्षणिक संस्थान (स्कूल और कॉलेज) बंद रहेंगे:
- दिल्ली (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र)
- गुरुग्राम (हरियाणा)
- नोएडा (उत्तर प्रदेश)
- गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश)
- फरीदाबाद (हरियाणा)
माता-पिता को सलाह दी गई है कि वे अपने बच्चों को घर पर ही सुरक्षित रखें।
आम जनजीवन पर असर
बारिश ने सिर्फ स्कूलों को ही प्रभावित नहीं किया है, बल्कि पूरे दिल्ली-NCR के आम जनजीवन पर इसका गहरा असर पड़ा है:
- यातायात पर प्रभाव: दिल्ली मेट्रो की सेवाएं सामान्य हैं, लेकिन सड़कों पर ट्रैफिक पुलिस को डायवर्जन करने पड़े हैं। बसें और ऑटो-टैक्सी भी धीमी गति से चल रहे हैं, जिससे यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने में सामान्य से ज्यादा समय लग रहा है। कई जगहों पर वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं।
- जलभराव की स्थिति: राजधानी के कई रिहायशी इलाकों और मुख्य मार्गों पर पानी भर गया है, जिससे लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने में मुश्किल हो रही है। कुछ अंडरपास भी जलमग्न हो गए हैं।
- बिजली की समस्या: भारी बारिश के कारण कुछ इलाकों में बिजली कटौती की खबरें भी आई हैं, जिससे लोगों की परेशानी और बढ़ गई है।
- माता-पिता और छात्रों की प्रतिक्रिया: स्कूलों की छुट्टी की खबर से माता-पिता ने राहत की सांस ली है, क्योंकि उन्हें अपने बच्चों की सुरक्षा की चिंता थी। वहीं, छात्र इस अप्रत्याशित छुट्टी का आनंद लेते दिख रहे हैं।
सरकार की अपील और जरूरी सलाह
दिल्ली और NCR प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे बेहद जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें। साथ ही, कुछ अहम सलाह भी जारी की गई हैं:
- गैर-जरूरी यात्रा से बचें: यदि बहुत आवश्यक न हो तो घर पर ही रहें।
- मौसम और ट्रैफिक अपडेट देखें: यात्रा पर निकलने से पहले मौसम विभाग और ट्रैफिक पुलिस की वेबसाइट या सोशल मीडिया पर नवीनतम जानकारी जरूर देखें।
- सुरक्षित रहें: जलभराव वाले इलाकों में वाहन चलाने से बचें और बिजली के खंभों व तारों से दूर रहें।
- आपातकालीन नंबर: किसी भी आपात स्थिति में पुलिस (112), फायर ब्रिगेड (101), या स्थानीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से संपर्क करें।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली और NCR के लिए अगले 24 से 48 घंटों तक भारी बारिश जारी रहने की चेतावनी जारी की है। विभाग ने लोगों को जलभराव और आवागमन में होने वाली दिक्कतों के प्रति सतर्क रहने को कहा है।
आगे की स्थिति और तैयारी
स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। पंपों के जरिए जलभराव वाले इलाकों से पानी निकालने का काम जारी है। यदि बारिश की स्थिति ऐसी ही बनी रहती है, तो आगे भी स्कूल-कॉलेज बंद रखने या अन्य एहतियाती कदम उठाने पर विचार किया जा सकता है।
निष्कर्ष
दिल्ली-NCR में भारी बारिश ने जहां एक तरफ गर्मी से राहत दी है, वहीं दूसरी ओर इसने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का फैसला छात्रों और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए एक जरूरी कदम है। सभी नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रहें, सरकारी सलाह का पालन करें और इस चुनौतीपूर्ण मौसम में एक-दूसरे का सहयोग करें।