गोल्ड लोन सतर्कता 2025! सोने पर लोन लेते समय इन धोखाधड़ी से खुद को ऐसे बचाएं

गोल्ड लोन– भारत में सोना सिर्फ एक कीमती धातु नहीं, बल्कि कई परिवारों के लिए मुश्किल वक्त में सहारा भी है। आपात स्थिति में या किसी जरूरत के लिए पैसे जुटाने का सबसे आसान तरीका गोल्ड लोन (Gold Loan) है। लेकिन, इस बढ़ते चलन के साथ-साथ गोल्ड लोन से जुड़ी धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। फर्जी कंपनियां, धोखाधड़ी वाले ऑफर और गिरवी रखे सोने की हेराफेरी… ऐसे कई तरीके हैं जिनसे जालसाज आम लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि इन धोखाधड़ी को कैसे पहचानें और खुद को इनसे कैसे सुरक्षित रखें।

गोल्ड लोन धोखाधड़ी के आम तरीके (2025 तक के ट्रेंड्स):

हाल के मामलों को देखें तो जालसाज नए-नए तरीकों से लोगों को ठग रहे हैं। कुछ प्रमुख तरीके इस प्रकार हैं:

  1. फर्जी कंपनियां और आकर्षक ऑफर:
    • “बहुत कम ब्याज दरें” या “जीरो प्रोसेसिंग फीस”: जालसाज ऐसी फर्जी कंपनियां बनाते हैं जो बेहद कम ब्याज दरें या बिना किसी प्रोसेसिंग फीस के गोल्ड लोन देने का वादा करती हैं। ये ऑफर अक्सर इतने अच्छे लगते हैं कि उन पर विश्वास करना मुश्किल होता है।
    • बिना KYC के लोन: कुछ धोखेबाज बिना किसी क्रेडिट चेक या बहुत कम दस्तावेज के लोन देने का दावा करते हैं, जो आमतौर पर एक वैध संस्था नहीं कर सकती।
    • अनाधिकृत संपर्क: आपको अनचाहे फोन कॉल, SMS या ईमेल आ सकते हैं जो खुद को प्रसिद्ध बैंक या NBFC के प्रतिनिधि बताते हैं।
  2. सोने के मूल्यांकन में हेराफेरी:
    • कम मूल्यांकन: कुछ बेईमान ऋणदाता (Lenders) या उनके मूल्यांकक (Valuers) जानबूझकर आपके सोने का मूल्यांकन कम करते हैं, ताकि आपको कम लोन मिल सके और वे बाद में उसे खुद हड़प सकें।
    • नकली सोने का दिखावा: कुछ मामलों में, कंपनी के अंदर के लोग भी शामिल हो सकते हैं, जहां वे आपके असली सोने को नकली या कम शुद्धता वाले सोने से बदल देते हैं। हाल ही में ऐसे मामले सामने आए हैं जहां बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत से गिरवी रखे सोने में हेराफेरी की गई।
  3. छिपे हुए शुल्क और शर्तें:
    • लोन एग्रीमेंट में ऐसे छोटे अक्षरों में छुपे हुए शुल्क या शर्तें होती हैं, जिनके बारे में ग्राहक को बताया नहीं जाता। इससे बाद में ब्याज और पेनाल्टी बहुत बढ़ जाती है।
  4. पहचान की चोरी (Identity Theft):
    • जालसाज आपकी व्यक्तिगत जानकारी (आधार, पैन, बैंक डिटेल्स) हासिल कर लेते हैं और फिर उसका इस्तेमाल करके आपके नाम पर फर्जी गोल्ड लोन ले लेते हैं।
  5. डिजिटल गोल्ड फ्रॉड:
    • हाल ही में, डिजिटल गोल्ड से जुड़े धोखाधड़ी के मामले भी सामने आए हैं, जहां हैकर्स ग्राहकों के डिजिटल गोल्ड होल्डिंग्स को बेचकर पैसे चुरा लेते हैं।

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खुद को कैसे सुरक्षित रखें? (बचाव के तरीके):

इन धोखाधड़ी से बचने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा:

  1. केवल विश्वसनीय संस्थानों से ही डील करें:
    • हमेशा RBI द्वारा मान्यता प्राप्त बैंकों (जैसे HDFC बैंक, SBI, ICICI बैंक) या प्रतिष्ठित NBFCs (जैसे मुथूट फाइनेंस, मणप्पुरम फाइनेंस) से ही गोल्ड लोन लें। उनकी विश्वसनीयता, लाइसेंस और ग्राहक समीक्षाओं की जांच करें।
    • उनके आधिकारिक वेबसाइट और संपर्क विवरणों को क्रॉस-चेक करें। फर्जी वेबसाइटों से बचें (वेबसाइट का URL ‘https://’ से शुरू होना चाहिए)।
  2. ऑफर की सत्यता जांचें:
    • अगर कोई ऑफर “बहुत अच्छा” लगता है, तो शायद वह फर्जी हो। अवास्तविक रूप से कम ब्याज दरों या बिना किसी नियम-शर्त के लोन देने वाले ऑफर से बचें।
    • अनाधिकृत कॉल या SMS पर प्रतिक्रिया न दें। बैंक या NBFC कभी भी आपसे OTP, पासवर्ड या पिन नहीं मांगते।
  3. सोने का मूल्यांकन अपनी आंखों के सामने करवाएं:
    • जब आप अपना सोना गिरवी रख रहे हों, तो बैंक या NBFC के मूल्यांकनकर्ता द्वारा सोने की शुद्धता और वजन का आकलन अपनी आंखों के सामने करवाएं।
    • अगर संभव हो तो किसी स्वतंत्र प्रमाणित जौहरी से अपने सोने का मूल्यांकन पहले ही करवा लें।
    • लोन देने वाली संस्था से सोने की शुद्धता और मूल्य का प्रमाणपत्र (सर्टिफिकेट) लेना न भूलें। इसमें सोने का कैरेट, वजन और मूल्य स्पष्ट रूप से लिखा होना चाहिए।
  4. दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें:
    • लोन एग्रीमेंट, नियम और शर्तें (Terms & Conditions) तथा सभी शुल्कों (Fees) को ध्यान से पढ़ें। किसी भी अस्पष्ट बिंदु के बारे में स्पष्टीकरण मांगें।
    • प्रसंस्करण शुल्क (Processing fees), मूल्यांकन शुल्क (Valuation fees) और फोरक्लोजर शुल्क (Foreclosure charges) के बारे में पूरी जानकारी लें।
  5. कोई अग्रिम भुगतान न करें:
    • कोई भी वैध ऋणदाता लोन देने से पहले आपसे प्रोसेसिंग फीस, इंश्योरेंस या किसी अन्य शुल्क के नाम पर अग्रिम भुगतान नहीं मांगेगा। अगर ऐसा कोई अनुरोध आता है तो सावधान हो जाएं। असली बैंक या NBFC शुल्क को स्वीकृत लोन राशि से काट लेते हैं।
  6. रसीद और दस्तावेज संभाल कर रखें:
    • गोल्ड लोन लेते समय और उसे चुकाते समय सभी रसीदों, लेनदेन रिकॉर्ड्स और दस्तावेजों को सुरक्षित रखें। यह भविष्य में किसी भी विवाद की स्थिति में आपके काम आएंगे।
  7. संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करें:
    • अगर आपको किसी भी धोखाधड़ी का शक होता है, तो तुरंत अपने बैंक या संबंधित वित्तीय संस्थान को सूचित करें।
    • साइबर क्राइम सेल (Cyber Crime Cell) या स्थानीय पुलिस को भी इसकी रिपोर्ट करें और सभी सबूत (जैसे मैसेज, कॉल रिकॉर्ड, स्क्रीनशॉट) जमा करें।

गोल्ड लोन एक उपयोगी वित्तीय उपकरण है, लेकिन सतर्क रहना और जानकारी रखना आपको धोखाधड़ी से बचा सकता है। हमेशा सुरक्षित और विश्वसनीय माध्यमों से ही लेन-देन करें।

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