IPO Watch 2025- भारतीय शेयर बाजार में इस साल भी आईपीओ (Initial Public Offering) की धूम जारी रहने की उम्मीद है, खासकर स्टार्टअप्स के बीच। हालांकि 2025 की पहली छमाही में आईपीओ बाजार का प्रदर्शन कुछ हद तक धीमा रहा है, फिर भी कई बड़े और नामचीन स्टार्टअप्स पब्लिक लिस्टिंग के लिए कमर कस रहे हैं। निवेशक बेसब्री से इन नई कंपनियों के बाजार में आने का इंतजार कर रहे हैं, जो उन्हें भारत के तेजी से बढ़ते डिजिटल और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेश का मौका देंगे।
जानें कौन से स्टार्टअप्स हैं कतार में:
भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम लगातार फल-फूल रहा है, और अब कई कंपनियां अपनी विकास गाथा को सार्वजनिक बाजारों तक ले जाने के लिए तैयार हैं। यहां कुछ प्रमुख स्टार्टअप्स और कंपनियां हैं जो 2025 में आईपीओ लाने की संभावना रखती हैं:
- Zepto (जेप्टो): क्विक कॉमर्स सेगमेंट में अपनी खास पहचान बनाने वाला जेप्टो, आईपीओ लाने की चर्चा में सबसे आगे है। यह स्टार्टअप $1 बिलियन से अधिक जुटाने की योजना बना रहा है और अनुमान है कि इसका मूल्यांकन $3.6 बिलियन तक पहुंच सकता है। निवेशक इसके 10-मिनट की डिलीवरी मॉडल को लेकर काफी उत्साहित हैं।
- Ather Energy (एथर एनर्जी): इलेक्ट्रिक वाहन (EV) सेगमेंट में एक और बड़ा नाम, एथर एनर्जी भी आईपीओ के माध्यम से ₹4,500 करोड़ जुटाने का लक्ष्य बना रहा है। इसमें ₹3,100 करोड़ का नया इश्यू और 2.2 करोड़ शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल होगा। ओला इलेक्ट्रिक के बाद, यह ईवी बाजार में एक और बड़ी लिस्टिंग हो सकती है।
- boAt (बोएट): ऑडियो और वियरेबल सेगमेंट में लोकप्रिय ब्रांड boAt भी 2025 में आईपीओ लाने की दूसरी कोशिश कर सकता है। कंपनी ने 2022 में बाजार की अस्थिरता के कारण अपनी पिछली आईपीओ योजनाओं को रोक दिया था। ₹2,000 करोड़ का यह आईपीओ भारतीय वियरेबल्स बाजार में बढ़ते रुझान का फायदा उठाएगा।
- Avanse Financial Services (अवांस फाइनेंशियल सर्विसेज): यह NBFC (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी) शिक्षा ऋण क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी है और ₹3,500 करोड़ जुटाने की योजना बना रही है। वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में यह एक महत्वपूर्ण लिस्टिंग होगी।
- CarDekho (कारदेखो): ऑनलाइन ऑटोमोटिव मार्केटप्लेस कारदेखो, जो InsuranceDekho और Rupyy का भी मालिक है, $500 मिलियन (लगभग ₹4,100 करोड़) का आईपीओ लाने की तैयारी में है। यह ऑटोमोटिव और फिनटेक क्षेत्रों में कंपनी की मजबूत स्थिति को दर्शाता है।
- HDB Financial Services (एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज): HDFC बैंक की यह सहायक कंपनी ₹12,500 करोड़ का आईपीओ लाने की तैयारी में है। यह भारत में अब तक का सबसे बड़ा NBFC आईपीओ हो सकता है, जिस पर निवेशकों की खास नजर रहेगी।
- LG Electronics India (एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया): दक्षिण कोरियाई दिग्गज एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स की भारतीय शाखा भी आईपीओ लाने के लिए सेबी (SEBI) के पास शुरुआती कागजात दाखिल कर चुकी है। यह एक पूर्ण ऑफर फॉर सेल (OFS) होगा, जिससे मूल कंपनी अपनी 15% हिस्सेदारी बेचेगी। यह खुदरा निवेशकों के लिए एक स्थापित ब्रांड में हिस्सेदारी खरीदने का दुर्लभ अवसर होगा।
- National Securities Depository Limited (NSDL – नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड): भारत का सबसे बड़ा डिपॉजिटरी NSDL भी सार्वजनिक होने की तैयारी में है। यह आईपीओ भी एक OFS होगा, जिसमें NSE और IDBI बैंक जैसे शेयरधारक अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे।
- PhonePe (फोनपे): वॉलमार्ट समर्थित फिनटेक दिग्गज फोनपे, जो भारत के डिजिटल भुगतान बाजार में एक अग्रणी खिलाड़ी है, भी आईपीओ की तैयारी कर रहा है। यूपीआई में इसकी भारी बाजार हिस्सेदारी को देखते हुए यह एक बड़ा आईपीओ होने की उम्मीद है।
- Reliance Jio (रिलायंस जियो): अगर बाजार की चर्चाओं पर विश्वास किया जाए, तो रिलायंस जियो 2025 में भारत का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ ला सकता है, जिसका अनुमानित मूल्य ₹40,000 करोड़ के आसपास है। दूरसंचार में इसके प्रभुत्व और बढ़ते डिजिटल सेवाओं के पोर्टफोलियो को देखते हुए इसका मूल्यांकन $100 बिलियन से अधिक है।
बाजार की मौजूदा स्थिति और चुनौतियां:
IPO Watch 2025– हालांकि आईपीओ की कतार लंबी है, 2025 की पहली छमाही में कुछ आईपीओ का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा है। कई कंपनियों के शेयर लिस्टिंग मूल्य से नीचे कारोबार कर रहे हैं। बाजार की अस्थिरता और निवेशकों के सतर्क रुख के कारण कुछ स्टार्टअप्स ने अपनी आईपीओ योजनाओं को फिलहाल टाल भी दिया है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि मजबूत बुनियाद वाली और लाभदायक कंपनियां अभी भी निवेशकों को आकर्षित करेंगी।
निवेशकों के लिए क्या है खास?
यह आईपीओ बूम निवेशकों को विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करने के कई नए अवसर प्रदान कर रहा है, खासकर प्रौद्योगिकी, वित्तीय सेवाओं, इलेक्ट्रिक वाहन और ई-कॉमर्स जैसे उभरते क्षेत्रों में। हालांकि, निवेशकों को किसी भी आईपीओ में पैसा लगाने से पहले कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य, व्यवसाय मॉडल, बाजार की स्थिति और जोखिम कारकों का गहन विश्लेषण करना चाहिए।
2025 का आईपीओ बाजार निश्चित रूप से रोमांचक होने वाला है, जिसमें कई स्टार्टअप्स भारत की आर्थिक विकास गाथा में एक नया अध्याय जोड़ेंगे।
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