सेबी ने अल्केमिस्ट इंफ्रा रियल्टी लिमिटेड को ‘सामूहिक निवेश योजनाओं’ पर एक नई कार्रवाई के तहत, ऐसी सभी गतिविधियों को रोकने और सार्वजनिक निवेशकों से प्राप्त धन की प्रतिपूर्ति करने का आदेश दिया है, जो तीन महीने के भीतर 1,000 करोड़ रुपये से अधिक हो सकता है।
राज्य के जिन लोगों ने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से अल्केमिस्ट ग्रुप में निवेश किया है, उन्हें उनका पैसा वापस मिलेगा। 2 जुलाई को कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा स्थापित एस. पी. तालुकदार समिति को धन वापसी की ज़िम्मेदारी दी गई है। यह समिति निवेशकों को उनकी जमा राशि लौटाने की प्रक्रिया की निगरानी कर रही है।
सूत्रों के अनुसार, सूची में लगभग 1.35 लाख निवेशक शामिल हैं। तय किया गया है कि समिति जुलाई के पहले सप्ताह से चेक वितरण की प्रक्रिया प्रारंभ करेगी। इस निर्णय से हजारों निवेशकों को राहत मिली है जो वर्षों से अपनी मेहनत की कमाई वापस पाने की प्रतीक्षा कर रहे थे।
सेबी के आदेश के अनुसार, यदि कंपनी निर्धारित अवधि में निवेशकों को धन वापसी नहीं करती है, तो उसके निदेशकों पर “धोखाधड़ी, विश्वासघात और सार्वजनिक धन के दुरुपयोग” जैसे आपराधिक प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जा सकती है।
अलकेमिस्ट को व्यापार करने से प्रतिबंधित किया गया
सेबी ने कंपनी और उसके पांच निदेशकों को तब तक प्रतिभूतियों में व्यापार करने से रोका है जब तक कि सभी योजनाएं समाप्त नहीं हो जातीं और निवेशकों को पूरा धन वापस नहीं किया जाता। कंपनी पर यह भी आरोप है कि उसने निवेशकों से प्राप्त धन को भूमि खरीद जैसे “विकास खर्च” के नाम पर अन्य गतिविधियों में स्थानांतरित किया।
जांच में पाया गया कि अलकेमिस्ट इंफ्रा रियल्टी लिमिटेड ने बिना सेबी पंजीकरण के सामूहिक निवेश योजनाएं संचालित कीं, जो कि 1999 के सेबी (CIS) विनियमों का स्पष्ट उल्लंघन है।
ऑनलाइन रिफंड का दावा कैसे करें?
निवेशकों के लिए दावा पंजीकरण प्रक्रिया ऑनलाइन उपलब्ध है। अलकेमिस्ट इंफ्रा की आधिकारिक वेबसाइट पर दावे का फॉर्म भरा जा सकता है:
👉 https://www.alchemistinfra.com/submit-claim
निम्न विवरण दर्ज करें:
- Certificate Number
- Allotment Number
- Certificate Holder Name
- Certificate Holder Address
- Certificate Holder State
- Agreement Date (dd-mm-yyyy)
- Amount Paid (Rs.)
- Expiry Date (dd-mm-yyyy)
- Maturity Amount (Rs.)
- Legal Heir (if applicable)
आवश्यक दस्तावेज़
- Form CA (स्कैन की हुई कॉपी)
- Bond Certificate
- PAN Card
- Aadhaar Card
- Cancelled Cheque / Bank Passbook Copy
दावे की स्थिति कैसे जांचें
- https://www.alchemistinfra.com/claim-status पर जाएं
- अपना Claim Number दर्ज करें और “Check Status” पर क्लिक करें
2025 में सेबी और समिति का नया अपडेट
2025 की शुरुआत में समिति ने यह घोषणा की कि सत्यापित दावों को चरणबद्ध तरीके से निपटाया जाएगा। सभी निवेशकों को सलाह दी गई है कि वे केवल कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर ही जानकारी प्राप्त करें। सेबी ने भी अपनी हालिया रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया है कि इस प्रक्रिया में पारदर्शिता और निवेशकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
रिफंड प्रक्रिया में देरी के कारण
रिफंड में विलंब के प्रमुख कारण हैं — अधूरे दस्तावेज़, गलत बैंक विवरण, और डुप्लिकेट दावे। समिति और सेबी इन आवेदनों की अतिरिक्त जांच कर रहे हैं ताकि फर्जीवाड़े की संभावना समाप्त की जा सके।
निवेशकों के लिए सहायता और संपर्क
किसी भी तकनीकी या नियामकीय प्रश्न के लिए निवेशक सेबी की आधिकारिक वेबसाइट www.sebi.gov.in पर उपलब्ध क्षेत्रीय कार्यालयों से संपर्क कर सकते हैं। ईमेल या किसी अनधिकृत व्यक्ति के माध्यम से जानकारी साझा करने से बचें।
भविष्य के निवेश के लिए सावधानियाँ
- निवेश करने से पहले कंपनी का सेबी पंजीकरण सत्यापित करें।
- अवास्तविक रिटर्न या गारंटी देने वाली योजनाओं से दूरी बनाएं।
- सभी लेनदेन की लिखित रसीदें और प्रमाण सुरक्षित रखें।
- किसी भी निवेश योजना के दस्तावेज़ ध्यानपूर्वक पढ़ें।
निष्कर्ष
अलकेमिस्ट रिफंड प्रक्रिया भारत में निवेशक संरक्षण की दिशा में एक अहम कदम है। सेबी और न्यायालय द्वारा गठित एस. पी. तालुकदार समिति निवेशकों को उनका धन वापस दिलाने के लिए सतत प्रयासरत है। निवेशकों से अनुरोध है कि वे केवल आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी लें और किसी भी प्रकार की अफवाहों पर भरोसा न करें।
निवेशकों के लिए लीगल हेल्प और रिफंड कंसल्टेंट गाइड
अगर आपने सभी डॉक्यूमेंट जमा कर दिए हैं लेकिन अब तक रिफंड नहीं आया है, तो आप SEBI रजिस्टर्ड कानूनी सलाहकार से केस रिव्यू और ड्राफ्टिंग सहायता ले सकते हैं। यह प्रक्रिया वैध है और आपके दावे को सही तरीके से प्रस्तुत करने में मदद करती है।
- दस्तावेज़ वेरिफिकेशन और केस रिव्यू
- नोटिस/प्रतिवेदन ड्राफ्ट और ऑनलाइन सबमिशन सहायता
- कलेक्शन अथॉरिटी/कमेटी से संवाद
फ्री कंसल्टेशन बुक करने के लिए यहाँ क्लिक करें.
रिफंड में देरी क्यों होती है और इसे कैसे ठीक करें?
“Under Process” स्टेटस का मतलब अक्सर यह होता है कि वेरिफिकेशन चल रहा है। सामान्य कारण और समाधान:
- गलत बैंक विवरण (IFSC/अकाउंट नंबर): सही विवरण दोबारा सबमिट करें।
- PAN/ID प्रूफ गायब: स्पष्ट स्कैन कॉपी अपलोड करें।
- रसीद/प्रमाण अधूरा: निवेश प्रमाण, स्कीम/रसीद नंबर अपडेट करें।
- गलत तारीख/एंट्री: फॉर्म की तारीखें और स्कीम विवरण मिलान करें।
अपडेट के बाद 30–45 दिनों तक स्टेटस दोबारा चेक करें।
क्या आपके निवेश पर कोई सुरक्षा (Insurance/Legal Cover) मिल सकती है?
कुछ वित्तीय उत्पाद Investment Protection या Legal Expense जैसे कवर देते हैं जो धोखाधड़ी या कानूनी खर्च में आंशिक सहायता कर सकते हैं। नए निवेश से पहले ऐसे विकल्पों की तुलना करें और शर्तें ध्यान से पढ़ें।
भविष्य में सुरक्षित निवेश के लिए चेकलिस्ट
- केवल SEBI रजिस्टर्ड संस्थाओं/स्कीम में निवेश करें।
- कंपनी का CIN/PAN और नियामकीय स्थिति जाँचें।
- हर भुगतान की डिजिटल/लिखित रसीद अवश्य लें।
- असामान्य रूप से ऊँचे रिटर्न वादों से सतर्क रहें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
मेरा स्टेटस “Under Process” है — अब क्या करूँ?
यह दर्शाता है कि आपका आवेदन वेरिफिकेशन में है। बैंक/ID/रसीद विवरण ठीक हैं यह सुनिश्चित करें और 30–45 दिन प्रतीक्षा करें। आवश्यकता हो तो अद्यतन दस्तावेज़ दोबारा जमा करें।
अगर कंपनी जवाब नहीं दे रही तो शिकायत कहाँ करें?
आप SEBI के SCORES पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं और आवश्यक हो तो लोकल कंज्यूमर फोरम/अदालत में भी आवेदन कर सकते हैं।
रिफंड मिलने पर क्या टैक्स देना होगा?
आमतौर पर मूल धन की वापसी पर टैक्स देनदारी नहीं होती, पर ब्याज/अतिरिक्त राशि पर कर नियम लागू हो सकते हैं। व्यक्तिगत सलाह के लिए कर-वित्त सलाहकार से संपर्क करें।
रिफंड में दिक्कत है? यहाँ विवरण भेजें
डिस्क्लेमर: यह सामान्य सूचना है। कानूनी/वित्तीय निर्णय से पहले प्रमाणित विशेषज्ञ से परामर्श लें।